- सपनें
बेजान बारूद के हिस्सों में सोई हुई आग के सपने नही आते।
शेल्फों में पड़ी मोटी किताबो को हकीकत के सपने नही आते।
शेल्फों में पड़ी मोटी किताबो को हकीकत के सपने नही आते।
हिम्मत हारे खिलाड़ी को फिर नई शुरूआत के सपने नही आते।
यह सच हैं कि........
हर किसी को सपने नही आते।
सपने देखना एक बडा महँगा सोदा हैं।
सपनों के लिए जरूरी होता है,
झेलने वाले दिलो का होना.....
मेहनत का बिस्तर, शिद्दत का तकिया होना।
चोट खा जाने वाले जिगर का होना,
आस की नजर होना बेहद लाजमी हैं।
हर किसी के दिल में ये जज्बे नही आते,
यह सच हैं कि........
हर किसी को सपने नही आते।-
-कौस्तुभ शर्मा
( मूर्धन्य व्यक्तित्व के धनी, महान वैज्ञानिक, कालजयी दार्शनिक जिनके अथक प्रयास व बलिदान से भारत को तकनीकी शिक्षा व रक्षा के क्षेत्र विश्व की महान शक्ति गिना जाने लगा तथा जिन्होंने दुनिया को यह सिखा दिया कि सपने कैसे देखे जाते है, उन्हें पूरा कैसे किया जाता हैं, उन डॉ. कलाम को समर्पित व नमन। )
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